बालोद/रायपुर। पश्चिमी विक्षोभ 16, 19 और 22 दिसम्बर को भारतीय क्षेत्र को प्रभावित करने की सम्भावना है । साथ ही एक निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है, इसके और अधिक प्रबल होने की सम्भावना है । मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया इन दोनों मौसमी तंत्र के प्रभाव से प्रदेश हवा की दिशा में परिवर्तन होने की सम्भावना है । साथ ही प्रदेश के वातावरण में नमी को मात्रा बढ़ने की सम्भावना है। परिणामस्वरूप अगले तीन दिनों तक न्युनतम तापमान में वृद्धि होने की सम्भावना है । साथ ही अधिकतम तापमान में भी वृद्धि संभावित है । उसके बाद न्युनतम और अधिकतम तापमान में दो डिग्री के उतार-चढ़ाव के साथ बड़ा परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है । सरगुजा संभाग के उत्तरी जिलों में वृद्धि होगी किन्तु तेजी से अगले एक सप्ताह तक उतार – चढ़ाव के साथ न्युनतम और अधिकतम तापमान में विचलन जारी रहने की सम्भावना है । 18 दिसम्बर से 22 दिसम्बर तक बस्तर संभाग और उससे लगे जिलों बहुत हल्की से हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की सम्भावना है।