बालोद में नशीली दवाई सप्लाई करने वाला मुख्य सरगना पटना से हुआ गिरफ्तार, फर्जी फार्मा कागजों में बनाकर बेचता था प्रतिबंधित दवा

बालोद।बालोद पुलिस ने नशे के एक सौदागर मुख्य सरगना को पटना से पकड़ा है। नशीली दवाई अल्प्राजोलम, ट्रामाडोल नशीली गोलीयों के फार्मा कंपनी के मुख्य तस्कर ड्रग लाइसेंसी पटना (बिहार )से बालोद पुलिस ने पकड़ा। आरोपी के कब्जे से बैंक खाता का एटीएम कार्ड, ड्रग लाइसेंस, इनवॉइस ,मोबाइल को जब्त किया गया है। पूर्व में भी इसी प्रकरण में 2 आरोपी विश्वपति गोराई बालोद निवासी ,धर्मेंद्र यादव को नशीली गोली की तस्करी में जेल भेजा जा चुका है। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग के निर्देशन पर पुलिस अधीक्षक बालोद श्री एस.आर. भगत के मार्गदर्शन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद अशोक कुमार जोशी एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद श्री देवांश सिंह राठौर के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय को क्षेत्र में युवाओं के द्वारा नशीली दवाईयों के सेवन की शिकायत मिलने से वरिष्ठ अफसरों के द्वारा कार्यवाही करने हेतु मार्गदर्शन देकर निर्देशित किया गया था।
जिसके परिपालन में लगातार टीम बनाकर अवैध नशीली दवाई का बिक्री करने वाले तस्करो के लिये मुखबीर तैनात किया गया था । 29 मई 2024 को सूचना मिला था कि ग्राम पडकीभाठ बायपास रोड की ओर 2 व्यक्ति एक मोटर सायकल क्रमांक CG24F7028 में अधिक मात्रा में नशीली दवाई रखे है तथा उसे बेंचने खपाने के लिए ग्राहक का तलाश कर रहे है। सूचना पर ग्राम पडकीभाठ बायपास रोड में तांदुला नदी पुल के ऊपर 2 व्यक्ति खडे दिखे जिन्हे संदेह के आधार पर उनके पास जाकर उनका नाम पता पूछने पर अपना अपना नाम विश्वपति गोराई तथा धर्मेन्द्र यादव बालोद निवासी होना बताया तथा जिनसे 1 लाख 44300 रुपए की नशीली गोलियां बरामद हुई थी उक्त प्रकरण के विवेचना में नशीली दवाई के मुख्य सप्लायर के संबंध में जानकारी प्राप्त कर एक स्मॉल टीम बिहार जाने हेतु एसडीओपी बालोद श्री देवांश सिंह राठौर के नेतृत्व में निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय , सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक भाेप सिंह साहू ,आरक्षक पूरन देवांगन को बिहार रवाना किया गया था। जिसमे टीम द्वारा प्रकरण के मुख्य आरोपी राजीव कुमार के फार्मा के संबंध में जानकारी प्राप्त कर थाना पाटलिपुत्र, थाना कदमकुवां, थाना पीरबाहोर
क्षेत्र में लगातार रेकी कर लोकल वेशभूषा में कई मेडिकल फार्मा जाकर घनी आबादी में त्रिशूल फार्मा को ढूंढ कर उसे चिन्हांकित किया गया । लेकिन फार्मा का दुकान बंद होने से आरोपी की जानकारी नहीं मिल पा रही थी । तकनीकी आधार पर आरोपी राजीव कुमार के घर का पतासाजी हेतु उस क्षेत्र में कैंप कर उसे टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी राजीव कुमार से पूछताछ करने पर वह बताया कि उसने त्रिशूल फार्मा नाम से एक मेडिकल फर्म पटना से 120 किलोमीटर दुर नवादा (बिहार) में जाकर खोला था, ताकि नशीली दवाई का खरीदी बिक्री कर सके । टीम द्वारा नवादा जाकर फर्म की तलाशी लेने पर फर्म में किसी भी प्रकार का दवाई ,ड्रग लाइसेंस या उससे संबंधित दस्तावेज नहीं होना पाया गया।

आरोपी को कभी पकड़े नही जाने का था विश्वास पर बालोद पुलिस पहुंच गई

पूछताछ में यह तथ्य सामने आया
की त्रिशूल फार्मा का उपयोग सिर्फ प्रतिबंधित दवाई कम्पनी से खरीदने के लिए करता था चूंकि फार्मा केवल कागजात में था वास्तविक रूप से संचालित नहीं हो रही थी जिससे आरोपी आश्वस्त था कि कभी उसके फर्म में रेड कार्यवाही होने से कोई पकड़ाएगा नही।

बालोद के आरोपियों ने छह लाख का मंगाया था नशीली गोली

आरोपी राजीव कुमार से प्रकरण के आरोपी विश्वपति गोराई बालोद निवासी ने त्रिशूल फार्मा नवादा (बिहार )के नाम से करीबन छः लाख की प्रतिबंधित दवाई मंगवाया था । उक्त प्रकरण में बिहार जाने वाली टीम में एसडीओपी बालोद श्री देवांश सिंह राठौर ,थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय, सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक भोपसिंह साहू, पूरन देवांगन।
तकनीकी टीम आरक्षक मिथलेश यादव का महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

ये हैं जप्त समाग्री

बैंक खाता का एटीएम कार्ड , त्रिशूल फार्मा का ड्रग लाइसेंस ,नसीली दवाई का खरीदी का बिल, मोबाइल फोन जप्त किया गया है। मुख्य सरगना राजीव कुमार पिता प्रहलाद प्रसाद उम्र 43 पता फ्लैट 301 विश्राम अपार्टमेंट पाटलिपुत्र कॉलोनी थाना कृष्णा पूरी जिला पटना बिहार स्थाई पता दरियापुरी गोला धोबी गली थाना कडमकुंवा जिला पटना बिहार का रहने वाला है।

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