November 21, 2024

सफलता का पहला कदम : जैविक कृषि की ओर लौटे कमकापार के किसान

बालोद। ग्राम पंचायत कमकापार (टेकापार) ब्लॉक डोंडी लोहारा , जिला बालोद में सोसाइटी फॉर इंटीग्रेटेड रुरल डेवलपमेंट (SIRD)के द्वारा जैविक खेती के लिए किए गए प्रयोग सफल हो रहे हैं | राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) प्रायोजित जलग्रहण योजना के अंतर्गत गाँव मे जैविक कीटनाशक एवं जैविक खाद तैयार करने के लिए उत्पादन इकाई प्रारम्भ की गई है | संस्था के सचिव एस. के. खरे ने बताया कि जैविक कृषि से संबन्धित कीटनाशक एवं जैविक खाद को घर मे बनाना बहुत आसान है, किन्तु किसान इसे घर मे बनाने के लिए तैयार नहीं होते और इसी कारण पर्याप्त उपयोग न करने से उसके फ़ायदों को देख ओर समझ नहीं पाते | संस्था के द्वारा इसी समस्या को देखते हुये कमकापार स्थित जलवायु परिवर्तन सूचना एवं जागरूकता केंद्र मे जैविक कीटनाशक एवं जैविक खाद बनाने कि इकाई कि स्थापना कि गई | उत्पादन इकाई को संचालित करने के लिए आस्था स्व सहायता समूह को प्रशिक्षित किया गया एवं संस्था के द्वारा पहले जैविक उत्पादन को किसानो को निशुल्क प्रदाय किया गया |

गाँव के एवं आसपास के लगभग 400 किसानो के द्वारा जैविक खाद जीवामृत के उपयोग से फसल एवं किचिन गार्डन मे प्रत्यक्ष लाभ मिलने से विश्वास बढ़ा एवं जैविक कीटनाशक के उपयोग करने के बाद फायदा नजर आया, फंगस से होने वाली बीमारियों मे काफी लाभ मिलने से किसान उत्साहित हुये | जैविक उत्पादों से लाभ कि जानकारी आसपास के गांवों तक जाने से आसपास के किसानो के द्वारा भी लाभ लिया गया | संस्था के द्वारा 20 किसानो को घर मे जैविक कीटनाशक एवं खाद बनाने हेतु किट एवं प्रशिक्षण दिया गया | वर्तमान समय तक कमकापार / टेकापार गाँव मे इस वर्ष लगभग 55% किसानो के द्वारा रासयानिक कीटनाशक नहीं खरीदे गए | संस्था के द्वारा स्थापित इकाई से आगे आंशिक राशि लेकर जैविक कीटनाशक एवं खाद का विक्रय किया जाएगा ताकि संबन्धित स्व सहायता समूह कि आवक बनी रहे और वे लगातार उत्पादन करते रहें |

संस्था के द्वारा जलग्रहण परियोजना के अंतर्गत जल एवं मिट्टी संरक्षण सहित जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचने के लिए कई इन्नोवेटिव प्रयोगों के साथ साथ किसानो को प्रशिक्षित एवक जागरूक किया जा रहा है | इस पूरे प्रयास मे कृषि इंजीनियर सौरभ दास ,कृषि विशेषज्ञ गजेन्द्र यादव , सतेन्द्र सिन्हा एवं रोशन लाल का सहयोग रहा। किसान नरेश अमरिया, गानु राम , राम कुमार भुआर्य, रोहित कुमार कुलदीप, अशोक साहू, खिलावन देशमुख, महेंद्र देशमुख, गिदार सिंह सलामे, गौतम पिस्दा, तिजाऊ राम उईके निवासी ग्राम कमकापार ने बताया जैविक खेती से उन्हे काफी फायदे हो रहे हैं। अपनी फसल में जैविक कीटनाशक का ही इस्तेमाल कर रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।

You cannot copy content of this page