बालोद। आज अखिल भारतीय हल्बा हल्बी आदिवासी समाज 36 गढ़ केंद्रीय महासभा के तत्वाधान में आयोजित शहीद गैंदसिंह नायक जी के शहादत दिवस एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन बालोद जिले के ग्राम घीना (डेंगरापार) में किया गया था। जिसमे प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले थे। परंतु रायपुर में आयोजित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 38 में स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आगमन और अन्य आयोजनों की व्यस्तता के चलते सभा में शामिल नही हो पाए। लेकिन मुख्यमंत्री साय ने अचानक पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के फोन पर कॉल कर सभा को संबोधित कर दिया। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हल्बा समाज उद्घोष करते हुए कहा कि राजधानी रायपुर में अत्यंत आवश्यक कार्य आ जाने के कारण मैं 199वाँ श्रद्धांजलि सभा में नही आ पाया। मैं समाज के पुरोधा और प्रथम आदिवासी शहीद शिरोमणि गैंदसिंह नायक जी को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। हल्बा समाज काफी सुलझा हुआ सशक्त समाज है, मैं हमेशा हल्बा समाज के साथ खड़ा हूँ और आने वाले वर्ष में जब हम शहीद गैंदसिंह नायक जी का 200वाँ शहादत दिवस मनाएंगे तब मैं आप सभी लोगों के समक्ष प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहूंगा।
संबोधन के दौरान समाज के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ देवेंद्र माहला सहित समाज के समस्त पदाधिकारी भी मौजूद रहे।